Manzil Quotes In Hindi – दोस्तों इस दुनिया में हर इंसान को अपनी ‘मंजिल’ की तलाश है जिन्दगी में हर व्यक्ति कड़ी मेहनत करके अपनी मंजिल तक पहुँचना है पर एक मंजिल पाकर फिर दूसरी मंजिल के लिए निकल जाता हैं लेकिन कोई मंजिल आखिरी नहीं है क्या आप भी अपनी मंजिल तक न पहुँच पाने के कारण निराश या उदास है तो आज हम आपके लिए कुछ शानदार मंजिल शायरी 2 लाइन, manjil status in hindi, मंजिल पर शायरी, मंजिल शायरी हिंदी लेकर आये है इस शायरियों से आपको आपकी मंजिल तक पहुंचने में मदद मिलेगी

नोट :-
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Manzil Quotes In Hindi | motivational मंजिल पाने की शायरी
“ मंज़िल पाना तो बहुत दूर की बात है
गुरुर में रहोगे तो रास्ते
भी नहीं देख पाओगे…!!!
“ उन्हें फ़ुरसत ही नहीं है
गेरौ की महफ़िल से,
इक हम है कि आज भी
उन्हें अपनी मंज़िल बनाए बैठे है..!!
“ अगर निगाहे हो मंज़िल
पर और कदम हो राहो पर,
ऐसी कोई राह नही जो
मंज़िल तक ना जाती हो…!!
“ अलग अलग थे रास्ते
लेकिन मंज़िल एक है
सुकून है दिल को के हम मिलेंगे ज़रूर….!!
“ एक न एक दिन मंजिल
हासिल कर ही लूँगा,
ठोकरें जहर तो नहीं जो
खाकर मर जाऊँगा….!!
“ मंज़िले हमारे करीब से
गुज़रती गयी जनाब
और हम औरो को रास्ता
दिखाने में ही रह गये…!!
“ उल्फत में अक्सर ऐसा होता है
आँखे हंसती हैं और दिल रोता है
मानते हो तुम जिसे मंजिल अपनी
हमसफर उनका कोई और होता है…!!
“ मिलना किस काम का
अगर दिल ना मिले,
चलना बेकार है
जो चलके मंजिल ना मिले…!!!
“ सारे सितारे फ़लक से ज़मीं
पर जब उतर कें आयेंगे
फिर हम तेरी यादों के साथ
रात भर दिवाली मनायेंगे….!!
“ मेरी पतंग भी तुम हो,
उसकी ढील भी तुम।
मेरी पतंग जहां कटकर गिरे,
वह मंज़िल भी तुम…!!
हौसला मंजिल शायरी
“ ज़रा ठहरो हमें भी साथ
ले लो कारवाँ वालो
अगर तुम से न पहचानी
गई मंज़िल तो क्या होगा…!!
“ मंज़िले हमारे करीब
से गुज़रती गयी जनाब,
और हम औरो को रास्ता
दिखाने में ही रह गये….!!!
“ मंजिल मिले न मिले,
ये तो मुकद्दर की बात है
हम कोशिश भी न करें
ये तो गलत बात है…!!
“ इन उम्र से लम्बी सड़को को,
मंज़िल पे पहुंचते देखा नहीं,
बस दोड़ती फिरती रहती हैं,
हम ने तो ठहरते देखा नहीं…!!
“ ना किसी से ईर्ष्या
ना किसी से कोई होड़
मेरी अपनी मंजीले
मेरी अपनी दौड़..!!
“ सोचोगे तो हर बातकी वजह मिल जाती है
ज़िंदगी इतनी मजबूर भी नही ए दोस्त
प्यार भी जीने की वजह बन जाती है…!!
“ जिस दिन से चला हूं
मेरी मंज़िल पे नज़र है,
आंखों ने कभी मील का
पत्थर नहीं देखा….!!
“ मंजिलों से गुमराह भी
कर देते हैं कुछ लोग,
हर किसी से रास्ता
पूछना अच्छा नहीं होता….!!
“ मुश्किलें जरुर है,
मगर ठहरा नही हूँ मैं,
मंज़िल से जरा कह दो,
अभी पहुंचा नही हूँ मैं….!
“ रास्तों पर निगाह रखने वाले,
भला मंज़िल कहाँ देख पाते हैं….!!
manzil mil hi jayegi shayari in hindi
“ एक न एक दिन हासिल
कर ही लूँगा, ‘ठोकरें’ जहर तो नहीं
जो खाकर मर जाऊँगा….!!
“ कितना मुश्किल है
बड़े होकर बड़े रहना भी,
अपनी मंजिल पर पहुँचना
भी खड़े रहना भी…!!
“ चलता रहूँगा मै पथ पर,
चलने में माहिर बन जाऊँगा,
या तो मंज़िल मिल जायेगी,
या मुसाफिर बन जाऊँगा…!!
“ अभी ना पूछो मंज़िल कँहा है,
अभी तो हमने चलने का इरादा किया है
ना हारे हैं ना हारेंगे कभी,
ये खुद से वादा किया है…!!
“ सफर खूबसूरत होता है,
मंज़िल से भी ज़्यादा…!!
“ पहुँचे जिस वक़्त मंज़िल
पे तब ये जाना, ज़िन्दगी
रास्तों में बसर हो गई….!!
“ मंज़िल का पता है
न किसी राह गुज़र का,
बस एक थकन है
कि जो हासिल है सफ़र का…!!
“ मंजिल उन्हीं को मिलती है
जिनके सपनों में जान होती है,
पंख से कुछ नहीं होता,
हौसलों से उड़ान होती हैं…!!
“ मंज़िलें पाँव पकड़ती हैं
ठहरने के लिए, शौक़ कहता है
दो चार क़दम और सही…!!!
“ सीढ़ी की आसानी तुम्हे
मुबारक हो, मैंने अपनी दम
पर मंज़िल पाई है…!!!
मंजिल मेहनत शायरी
“ ज़िन्दगी ठहरती नहीं किसी
मुश्किलात से, ज़रा मंज़िल
को बताओ आ रहा हूं मैं शान से…!!
“ मंज़िल पा ली मैंने ठोकरें
खा कर, लेकिन मरहम
ना पा सका मंजिल पाकर…!!
“ मोहब्बत में सहर ऐ दिल
बराए नाम आती है,
ये वो मंज़िल है जिस मंज़िल
में अक्सर शाम आती है…!!
“ मैं अकेला ही चला था
जानिब-ए-मंज़िल मगर,
लोग साथ आते गए और
कारवाँ बनता गया…!!
“ किस हद तक जाना है ये कौन जानता है
किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है
दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो
किस रोज़ बिछड जाना है ये कौन जानता है…!!
“ कब मिल जाए किसी
को मंजिल ये मालूम नहीं,
इंसान के चेहरे पर उसका
नसीब लिखा नहीं होता…!!
“ अंदाज़ कुछ अलग ही है
मेरे सोचने का,
सब को मंज़िल का शौक़ है,
मुझे रास्ते का…!!
“ हल मुश्किल का पाने के लिए
दिमागी पेच लड़ाने पड़ते हैं,
बैठे-बैठे मंजिल नहीं मिलती
कुछ कदम बढ़ाने पड़ते हैं….!!
“ किसी को घर से निकलते
ही मिल गई मंज़िल,
कोई हमारी तरह उम्र भर
सफ़र में रहा-अहमद फ़राज़…!!
“ खोजोगे तो हर मंज़िल
की राह मिल जाती है…!!
Manzil quotes in hindi for instagram
“ मंजिल चाहे कितनी
भी ऊँची क्यों न हो,
रास्ता हमेशा पैरों के नीचे ही होता है…!!
“ मंजिल मेरे कदमों
से अभी दूर बहुत है,
मगर तसल्ली ये है
कि कदम मेरे साथ हैं….!!
“ ज़रा ठहरो हमें भी साथ
ले लो कारवाँ वालो
अगर तुम से न पहचानी
गई मंज़िल तो क्या होगा…!!
“ अगर दिलकश हो रास्ता,
फिर तो फिकर ही नहीं है,
ना मिले मंजिल ना सही,
फिर भी जिन्दगी हंसीं है…!!
“ मंजिल इंसान के हौसलें आजमाती है,
सपनों के पर्दे, आँखों से हटाती है,
किसी भी बात से हिम्मत ना हारना
ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती है….!!
“ दिल बिन बताए मुझे ले
चल कही, जहां तू मुस्कुराएं
मेरी मंज़िल वही….!!
“ चलो दोस्तों चलकर मंजिले
ढूँढ लाए, कुछ सपनें तो
अक्सर पुरे नहीं होते….!!
“ ना जाने क्यों इंसान को
इंसान होने पर गुमान है,
जबकि सफर ताउम्र है
और मंजिल दो गज मकान है….!!
“ कब मिल जाए किसी
को मंजिल ये मालूम नहीं,
इंसान के चेहरे पर उसका
नसीब लिखा नहीं होता….!!
“ राहों में मुसीबत आई,
पर मैंने हार नहीं मानी,
मंजिल पर पहुँच कर लिखूँगा
अपनी सफलता की कहानी….!!
मंजिल मिलेगी शायरी
“ मुश्किलें जरूर है,
मगर ठहरा नहीं हूँ मैं,
मंजिल से जरा कह दो
, अभी पहुँचा नहीं हूँ मैं….!!
“ मंज़िलें पाँव पकड़ती हैं
ठहरने के लिए, शौक़ कहता है
दो चार क़दम और सही…!!
“ एक रास्ता यह भी है
मंजिलों को पाने का,
कि सीख लो तुम भी
हुनर हाँ में हाँ मिलाने का….!!
“ मंजिल मिले या ना मिले,
ये तो मुकद्दर की बात है,
हम कोशिश भी ना करे
ये तो गलत बात हैं….!!
“ रास्ते कहां ख़त्म होते हैं
ज़िंदग़ी के सफ़र में,
मंज़िल तो वहां है
जहां ख्वाहिशें थम जाएं…..!!
“ जिस दिन से चला हूं
मेरी मंज़िल पे नज़र है
आंखों ने कभी मील
का पत्थर नहीं देखा…!!
“ डर मुझे भी लगा फ़ासला देख कर,
पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर,
ख़ुद-ब-ख़ुद मेरे नजदीक आती गई,
मेरी मंजिल मेरा हौंसला देख कर….!!
“ मंज़िल मेरे कदमों से अभी
दूर बहुत है, मगर तसल्ली ये है
कि कदम मेरे साथ है…!!
“ ना कोई मंज़िल ना कोई
ठिकाना, हम तो मुसाफिर है
पता नहीं कब कहा हो जाना…!!
“ सीढ़िया उन्हें मुबारक हो
जिन्हें सिर्फ़ छत तक जाना है,
मेरी मंजिल तो आसमान है
रास्ता मुझे ख़ुद बनाना है….!!
मंजिल शायरी 2 लाइन sad
“ सोचने से कहाँ मिलते है
तमन्नाओं के शहर,
चलना भी जरूरी है
मंजिल को पाने के लिए…!!
“ खत्म हो भी तो कैसे,
ये मंजिलो की आरजू, ये रास्ते है
के रुकते नहीं, और इक
हम के झुकते नही….!!
“ गम में डूबी मेरी हर आहें है,
मंजिल का पता नहीं
और काँटों भरी राहें है…!!
“ रख हौसला वो मंज़र भी आएगा,
प्यासे के पास चल के समन्दर भी आएगा,
थक कर ना बैठ ऐ मंजिल के मुसाफ़िर
मंजिल भी मिलेगी, और
मिलने का मज़ा भी आएगा….!!
“ मंजिल उन्हीं को मिलती है
जिनके सपनों में जान होती है,
पंख से कुछ नहीं होता,
हौसलों से उड़ान होती हैं…!!
“ मंजिल तो मिल गई
अब सफ़र कैसा,
जब ख़ुदा तेरे साथ है
फिर डर कैसा….!!
“ ना मंजिल, ना मकसद,
ना रास्ते का पता है,
हमेशा दिल किसी के
पीछे ही चला है…!!!
“ यूँ जमीन पर बैठकर क्यूँ आसमान देखता है,
पंखों को खोल जमाना सिर्फ़ उड़ान देखता है,
लहरों की तो फितरत ही है शोर मचाने की
मंजिल उसी की होती है
जो नजरों में तूफ़ान देखता है….!!
“ दिल बिन बताएं मुझे ले चला कहीं,
जहाँ तू मुस्कुराएँ मेरी मंजिल वहीं….!!
“ मंज़िल पा ली मैंने ठोकरें खा कर,
लेकिन मरहम ना पा
सका मंजिल पाकर….!!
manzil shayari in english
“ थक कर ना बैठ, ऐ मंजिल के
मुसाफिर, तुझे मंजिल भी मिलेगी
और मिलने का मज़ा भी आएगा…!!
“ एक रास्ता यह भी है
मंजिलों को पाने का, कि
सीख लो तुम भी हुनर
हाँ में हाँ मिलाने का…!!
“ थका हु फिर भी बढ़ रहा हूँ
मंजिल की और यही सोचकर,
के जित गया तो हंगामा
बहुत बड़ा होगा…!!
“ जिंदगी में मंज़िल
तो मैंने पाया नहीं,
मगर राहों में जो
लोग बड़े अच्छे मिले….!!
“ दिल के जज्बातों को
खबर करते रहो,
जिंदगी मंजिल नहीं
सफर है, चलते रहो….!!
“ कामयाबी के लिए जरूरी है
सही रास्ता चुनना,
किसी भी रास्ते पे चलने से
मंजिल नहीं मिलती….!!
“ सोचने से कहाँ मिलते है
तमन्नाओं के शहर,
चलना भी जरूरी है
मंजिल को पाने के लिए….!!
“ मंज़िल तो मिल ही जायेगी
भटक कर ही सही, गुमराह
तो वो हैं जो घर से
निकला ही नहीं करते…!!!!
“ बहुत गुरूर था,
छत को छत होने पर,
एक मंजिल और बनी
और वो छत फर्श हो गई…!!!
“ मंजिल भी उसकी थी,
रास्ता भी उसका था,
एक मैं ही अकेला था,
बाकि सारा काफ़िला भी उसका था,
एक साथ चलने की सोच भी उसकी थी
और बाद में रास्ता बदलने का
फैसला भी उसी का था….!!
shayari manzil
“ सामने मंज़िल थी
और पीछे उस की आवाज़,
रुकता तो सफर जाता ,
चलता तो बिछड़ जाता…!!
“ अगर दिलकश हो रास्ता,
फिर तो फिकर ही नहीं है,
ना मिले मंजिल ना सही,
फिर भी जिन्दगी हंसीं है….!!
“ किसी को घर से निकलते
ही मिल गई मंजिल,
कोई हमारी तरह
उम्र भर सफ़र में रहा….!!
“ जो तूफानों से डर जाओगे,
तुम अपनी किश्ती
को कैसे पार लगाओगे,
डर के आगे जीत है जिस
दिन तुम यह समझ जाओगे
अपनी मंजिल तक खुद ही पहुँच जाओगे….!!
“ एक न एक दिन हासिल कर ही लूँगा,
‘ठोकरें’ जहर तो नही
जो खाकर मर जाऊँगा….!!
“ मंजिल सामने थी मगर
रास्ते कहीं खो गये,
हम तुम अपने घरों
के वास्ते कहीं खो गये…!!
“ रास्तों की परवाह करूँगा,
तो मंजिल बुरा मान जायेगी,
फ़िक्र छोड़ दूँ रास्तों की
तो मंजिल ख़ुद ही
मेरे पास आती नजर आएगी…!!
“ कब मिल जाए किसी
को मंजिल ये मालूम नहीं,
इंसान के चेहरे पर उसका
नसीब लिखा नहीं होता…!!
“ रास्ते कहाँ खत्म होते है
जिन्दगी के इस सफ़र में,
मंजिल तो वही है
जहाँ ख्वाहिशें थम जाएँ…!!
“ कभी उनको मिलती
नहीं कोई मंजिल,
बदलते है जो हर कदम पर इरादें….!!
manzil quotes
“ मंजिल मिल ही जायेगी
भटकते-भटकते ही सही,
गुमराह तो वो है
जो घर से निकलते ही नहीं….!!
“ गम में डूबी मेरी हर आहें है,
मंजिल का पता नहीं
और काँटों भरी राहें है….!!
“ किसी की सलाह से
रास्ते जरूर मिलते है,
पर मंजिल तो खुद की
मेहनत से ही मिलती हैं….!!
“ नहीं निगाह में मंज़िल
तो जुस्तजू ही सही
नहीं विसाल मयस्सर
तो आरजू ही सही…!!
“ बहुत गुरूर था,
छत को छत होने पर,
एक मंजिल और बनी
और वो छत फर्श हो गई….!!
“ अगर निहागें हो मंजिल
पर और कदम हो राहों पर,
ऐसी कोई राह नहीं जो
मंजिल तक न जाती हो….!!
“ सपनों की मंजिल पास नहीं होती,
जिन्दगी हर पल उदास नहीं होती,
ख़ुदा पर यकीन रखना मेरे दोस्त,
कभी-कभी वो भी मिल जाता है
जिसकी आस नहीं होती…!!
“ बढ़ते चले गए जो वो
मंज़िल को पा गए,
मैं पत्थरों से पाँव बचाने में रह गया…!!
“ मिलना किस काम का
अगर दिल ना मिले,
चलना बेकार हे
जो चलके मंज़िल ना मिले…!!
‘“ मंजिल तो मिल गई
अब सफ़र कैसा, जब ख़ुदा
तेरे साथ है फिर डर कैसा…!!
मंजिल शायरी Attitude
“ चलता रहूँगा मै पथ पर,
चलने में माहिर बन जाउंगा,
या तो मंज़िल मिल जायेगी,
या मुसाफिर बन जाउंगा….!!
“ कुछ मंजिले है
जो दिखती ही नहीं,
मगर ये ना समझों की
वो मिलती ही नहीं….!!
“ ना किसी से ईर्ष्या ना
किसी से कोई होड़,
मेरी अपनी मंजीले मेरी अपनी दौड़….!!
“ मुश्किलों से हारना हमें आता नहीं,
कोई कितना भी रोके
रूक जाना हमे आता नहीं,
लोग कोशिश छोड़ देते है
अपनी मंजिल को पाने की
पर बिना मंजिल को पाए
रूक जाना हमे आता नहीं….!!
“ ना किसी से कोई ईर्ष्या,
ना किसी से कोई होड़,
मेरी अपनी मंजिल
मेरी अपनी दौड़…..!!!
“ मिट्टी का तन है,
क्या दिन रात सजाना,
मिट्टी ही मंजिल,
तन पर क्या इतराना….!!
“ मिलना किस काम
का अगर दिल ना मिले,
चलना बेकार है
जो चलके मंजिल ना मिले….!!
“ सफ़र से इश्क करना सीखों,
मंजिल तो कुछ पल की मेहमान है….!!
“ ऐसे चुप है कि ये
मंजिल भी कड़ी हो जैसे,
तेरा मिलना भी
जुदाई की घड़ी हो जैसे….!!
“ मेरी हर अदा का आइना तुझसे है,
मेरी हर मंजिल का रास्ता तुझसे है,
कभी दूर न होना मेरी जिन्दगी से
मेरी हर ख़ुशी का वास्ता तुझसे है….!!!
manzil pane ki shayari in hindi
“ रोक नहीं सकता कोई,
मन से इतना कहना होगा,
मंजिल को पाने के लिए
कठिन रास्तों पर चलाना होगा….!!
“ कब मिल जाए किसी
को मंजिल ये मालूम नहीं,
इंसान के चेहरे पर उसका
नसीब लिखा नहीं होता…!!
“ ना जाने क्यों इंसान
को इंसान होने पर गुमान है,
जबकि सफर ताउम्र है
और मंजिल दो गज मकान है…!!
“ मंजिल चाहे कितनी भी
उंची क्यो ना हो दोस्तो,
रास्ते हमेशा पैरो के नीचे होते है…!!!
“ कभी कभी लंगड़े घोड़े पे दाव
लगाना ज्यादा सही होता है,
क्योंकि दर्द जब जूनून बन जाए
तब मंजिल बहुत नजदीक लगने लगती हैं….!!
“ ठोकरे मिलती है
सफलता की राहों में
यह हर कोई जानता है,
पर मंजिल सिर्फ उसी को मिलती है
जो कभी हार नहीं मानता है….!!
“ मंजिल मिले या ना मिले,
ये तो मुकद्दर की बात है,
हम कोशिश भी ना करे
ये तो गलत बात हैं…!!
“ किसी को घर से निकलते ही
मिल गई मंज़िल, कोई हमारी
तरह उम्र भर सफ़र में रहा…!!
“ मंजिलों से गुमराह भी कर देते हैं
कुछ लोग, हर किसी से रास्ता
पूछना अच्छा नहीं होता…!!
“ ना पूछों कि मेरी मंजिल कहाँ है,
अभी तो सफ़र का इरादा किया है,
ना हारूँगा हौसला उम्र भर
ये मैंने किसी से नहीं,
खुद से ही वादा किया है….!!
Manzil quotes in hindi attitude
“ ये क्या उठाये कदम
और आ गयी मंजिल,
मज़ा तो तब है
कि पैरों में कुछ थकान रहे….!!
“ ख़ुद पुकारेगी जो मंजिल
तो ठहर जाऊँगा,
वरना खुद्दार मुसाफ़िर हूँ
गुजर जाऊँगा….!!
“ उल्फत में अक्सर ऐसा होता है,
आँखें हंसती है और दिल रोता है,
मानते है हम जिन्हें मंजिल अपनी
हमसफ़र उनका कोई और होता हैं….!!
“ मायूस हो गया हूँ
जिंदगी के सफ़र से इस कदर,
कि ना ख़ुद से मिल पा रहा हूँ
ना मंजिल से…!!
“ ना जाने क्यों इंसान को
इंसान होने पर गुमान है,
जबकि सफर ताउम्र है
और मंजिल दो गज मकान है….!!
“ कोशिश के बावजूद हो जाती है कभी हार,
होकर निराश मत बैठना ऐ मेरे यार,
बढ़ते रहना आगे ही जैसे भी मौसम हो,
पा लेती मंजिल चींटी भी गिर फिर कर कई बार….!!
“ कितना मुश्किल है
बड़े हो कर बड़े रहना भी,
अपनी मंजिल पर पहुँचना
भी खड़े रहना भी….!!
“ सामने हो मंजिल तो रास्ते ना मोड़ना,
जो भी मन में हो वो सपना मत तोड़ना,
कदम कदम पर मिलेगी मुश्किल आपको
बस सितारे छूने के लिए जमीन मत छोड़ना….!!!
“ ठोकर खाने का सिलसिला
अभी थमा नहीं है,
लगता है मुझे अभी तक
मेरा मंजिल मिला नहीं है….!!!
“ इंसान कभी रोता है
तो कभी मुस्कुराता है,
सारा उम्र सफर में गुजरता है,
एक मंजिल मिल जाएँ
तो दूसरा तलाशता है….!!!
Manzil quotes in hindi english
“ अलग अलग थे रास्ते लेकिन
मंज़िल एक है, सुकून है
दिल को के हम मिलेंगे ज़रूर…!!
“ मंज़िले हमारे करीब से
गुज़रती गयी जनाब,
और हम औरो को
रास्ता दिखाने में ही रह गये…..!!
“ ये भी क्या मंज़र है
बढ़ते हैं न रुकते हैं,
क़दम तक रहा हूँ
दूर से मंज़िल को मैं मंज़िल मुझे….!!!
“ मंज़िल तो मिल ही जायेगी
भटक कर ही सही, गुमराह तो
वो हैं जो घर से निकला ही नहीं करते…!!
“ जहाँ याद न आये तेरी वो तन्हाई किस काम की
बिगड़े रिश्ते न बने तो खुदाई किस काम की
बेशक़ अपनी मंज़िल तक जाना है हमें
लेकिन जहाँ से अपने न
दिखें वो ऊंचाई किस काम की…!!!
“ रास्तों पर निगाह रखने वाले,
भला मंज़िल कहाँ देख पाते हैं…!!
“ जिस दिन से चला हूं
मेरी मंज़िल पे नज़र है,
आंखों ने कभी मील का
पत्थर नहीं देखा…!!
“ मंजिल मेरे कदमों से
अभी दूर बहुत है
, मगर तसल्ली ये है
कि कदम मेरे साथ हैं…!!
दोस्तों हम आशा करते है कि आप लोगों को मंजिल पाने की शायरी पसंद आई होगी दोस्तों आपको ये manzil shayari hindi पसंद आये हो तो आप आपने दोस्तों को ये शेयर कर सकते। धन्यवाद !!
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